अनन्तं वासुकिं शेषं पद्मनाभं च कम्बलम्।
शंखपालं धार्तराष्ट्रं तक्षकं कालियं तथा।।
नाग पूजन के पावन पर्व नाग पंचमी की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। हमारी सनातन संस्कृति में नागदेव प्रकृति के संरक्षक हैं। उनकी कृपा सदैव बनी रहे, यही करबद्ध प्रार्थना है।